आहार की भूमिका (मोटापा – कारण और निवारण) भाग II/III
हम अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने हेतु जो
आहार लेते हैं और शरीर द्वारा जो भी कार्य लेते हैं उसे किलोकैलोरी में अभिव्यक्त
किया जाता है। अतः यह बहुत आवश्यक है कि हम जितना कैलोरी भोजन द्वारा लेते हैं
उससे ज्यादा कैलोरी शारीरिक कार्यों द्वारा खर्च करें तभी हमारा शरीर का वजन कम
होगा अन्यथा अतिरिक्त कैलोरी शरीर पर फैट के रुप में जमती जाएगी और वजन बढ़ता
जाएगा। इसलिए वजन कम करने हेतु डाइटिंग
के बजाय आहार में वसायुक्त भोजन (मक्खन, धी, तेल, मूंगफली और बादाम) की मात्रा को
कम करना चाहिए तथा संतुलित आहार लेना चाहिए। अपने खाने की गुणवत्ता पर नजर डालें।
अगर आप अपने शरीर के अनुपात में ज्यादा कैलोरी ले रहें हैं तो उसे कम करें और
कोशिश करें कि यह कमी फैट के रुप में हो और कम मात्रा (350 कैलोरी से ज्यादा न हो)
में हो। सरल शब्दों में अगर आप भूख से ज्यादा खा रहें हैं तो उसमें कमी लाएँ। आप
अपने रोजाना के आहार में वसायुक्त आहार की मात्रा 35% तक कम करने का लक्ष्य रखें
और परिणामस्वरुप होने वाले फर्क को खुद महसूस करें। बहुत ज्यादा खाना एक बार में
खाने की अपेक्षा थोड़ा - थोड़ा करके खाएँ। यह आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ाएगा और आपका
शरीर ज्यादा प्रभावशाली तरीके से फैट कम करने का कार्य करेगा। भारतीय भोजन शैली
में सुबह का नाश्ता, दिन का खाना और रात का खाना मुख्य रुप से शामिल है। कोशिश
करें कि तीन के बजाए पाँच – छह बार में उतना ही खाएँ जितना तीन बार में खाते हैं।
इससे हमारी मेटाबोलिज्म तीव्र होती है जिससे शरीर कैलोरी बर्न करने में ज्यादा
सक्षम होता है। थोड़ा - थोड़ा करके ज्यादा बार खाने से हमारे मस्तिष्क को भूखे
रहने का संदेश नहीं प्राप्त होता और कम कैलोरी प्राप्त होने के बावजूद भी शरीर की
स्वाभाविक जीवन प्रकिया यह महसूस नहीं करती कि वह मृत्यु की तरफ जा रहा है।
अधिकांश खाना दिन के समय खाएँ। शाम के सात बजे के बाद कम खाएँ क्योंकि शाम के चार
बजे से लेकर सुबह के चार बजे तक हमारी मेटाबोलिज्म दर धीमी हो जाती है फलतः अधिकांश
खाना फैट में परिवर्तित होकर शरीर में जमा होता रहता है। पानी एक सर्वसुलभ कारक है
जो शरीर की मेटाबोलिज्म को बढ़ाने, शरीर से विजातीय तत्वों (टाक्सिन्स) को बाहर
निकालने, मसल्स को चुस्त – दुरुस्त रखने और फैट को धटाने में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाता है। अतः हमें शरीर में पानी की मात्रा को बढ़ाना चाहिए न कि घटाना।
सामान्यतः हमारे शरीर को दिनभर में औसतन तीन लीटर पानी की जरूरत होती है। फैट कम
करने के लिए हमें ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए । www.google.co.in
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